* बहुत शानदार बात लिखी *
गांव में "नीम "के पेड़ कम हो रहे है
घरो में "कड़वाहट" बढ़ती जा रही है !
जुबान में "मिठास "कम हो रही है ,
शरीर में "शुगर " बढ़ता जा रहा हैं !
किसी महापुरुष ने सच हे कहा था की
जब "किताब " सड़क किनारे रख कर बिकेगी
और "जूते " कांच के शोरूम में
तब समझ जाना के
लोगो को ज्ञान की नहीं जूते की जरूरत है !!!
गांव में "नीम "के पेड़ कम हो रहे है
घरो में "कड़वाहट" बढ़ती जा रही है !
जुबान में "मिठास "कम हो रही है ,
शरीर में "शुगर " बढ़ता जा रहा हैं !
किसी महापुरुष ने सच हे कहा था की
जब "किताब " सड़क किनारे रख कर बिकेगी
और "जूते " कांच के शोरूम में
तब समझ जाना के
लोगो को ज्ञान की नहीं जूते की जरूरत है !!!
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